मोदीजी ने ही दिखाया ईडब्ल्यूएस को आरक्षण का साहस : शेखावत

मोदीजी ने ही दिखाया ईडब्ल्यूएस को आरक्षण का साहस : शेखावत

मोदीजी ने ही दिखाया ईडब्ल्यूएस को आरक्षण का साहस : शेखावत

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री बोले, जिसने बीज रखा था, उसको भी याद करते, उसका धन्यवाद देते तो शायद रुचिकर लगता

जोधपुर :- केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि ईडब्ल्यूएस आरक्षण को लेकर 30 साल से बात हो रही थी, लेकिन इसे लागू करने का साहस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने दिखाया। 

शुक्रवार देर रात मारवाड़ राजपूत सभा की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह में शेखावत ने कहा कि राजस्थान सरकार ने ईडब्ल्यूएस का सरलीकरण किया, इसके लिए उसका अभिनंदन है। मैं भी इस मंच से खड़े होकर अशोक गहलोत साहब का धन्यवाद करता हूं। जो कुछ हुआ है, श्रेष्ठ हुआ है, लेकिन अपेक्षा यह भी करता था कि इस मंच पर खड़े होकर मेरे प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया जाता कि उन्होंने ईडब्ल्यूएस आरक्षण को लागू किया। इसे कोई नहीं कर सकता था। अगड़े वर्ग के लोगों को आरक्षण मिले, इसके लिए हिंदुस्तान में किसी व्यक्ति में साहस नहीं था। पिछले 30 साल से यह बात हो रही थी। 

शेखावत ने कहा कि मैं जोधपुर का पहला प्रतिनिधि था, जिसने लोकसभा के पटल पर कहा था कि समाज में जो लोग पीछे रह गए हैं, जो आर्थिक दौड़ में पिछड़ गए हैं, उनको आरक्षण मिलना चाहिए। आरक्षण उनका अधिकार है। उस दिन से ईडब्ल्यूएस आरक्षण पर चर्चा प्रारंभ हुई। वह चर्चा फलीभूत और सफल हुई। उसके लिए भी यहां धन्यवाद के दो शब्द कहे जाते। जिसने बीज रखा था, उसको भी आप लोग याद कर लेते, उसका धन्यवाद कर देते तो शायद रुचिकर लगता।  

केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि आज से चार-पांच महीने पहले मैंने प्रधानमंत्री जी के पास जाकर सरलीकरण के विषय में बात की थी। मैंने उनसे निवेदन किया कि महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब की 5 एकड़ जमीन से पश्चिमी राजस्थान की 5 एकड़ जमीन की तुलना नहीं कर सकते। जिन प्रदेशों में 25-25 करोड़ आबादी है। उन प्रदेशों में लोगों के पास में बहुत छोटे-छोटे घर हैं। मारवाड़ में हमारे बुजुर्गों ने हमारे लिए जगह रखी है। यहां अगर घर की पैमाइश आप करेंगे तो निश्चित रूप से मेरे लोगों के साथ में न्याय नहीं हो पाएगा, लेकिन उस समय चुनौती यह थी कि ईडब्ल्यूएस आरक्षण को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया हुआ  था , शायद कुछ लोगों को गरीब के बेटे को हक मिले, यह जंचता नहीं था। उस समय यह रिट पेंडिंग थी और फैसले पर थी। तब बात हुई थी कि हमने अगर थोड़ा भी फेरबदल किया तो ईडब्ल्यूएस में आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट विरोध में फैसला ले सकता है। इसलिए जब तक फैसला नहीं आता, हमें रुकना चाहिए। दो-ढाई महीने पहले वह फैसला हो चुका है। ईडब्ल्यूएस आरक्षण को सुप्रीम कोर्ट ने जायज ठहराया है।

शेखावत ने कहा कि मैं दो दिन पहले प्रधानमंत्री जी के पास में फिर गया था। मुझे उन्होंने एक घंटे का समय दिया था। मैंने ईडब्ल्यूएस आरक्षण में सरलीकरण को लेकर विस्तार से उनके साथ बात की। इस बैठक के बाद में निर्णय हुआ कि जो ग्रुप पहले बैठा था, उस ग्रुप को एक बार फिर बैठना चाहिए। सब विषयों का समाधान हो सके, इसके लिए शीघ्र केंद्र सरकार ने जो ग्रुप बनाया है, उसकी बैठक होने वाली है। मुझे पूरा विश्वास है कि आप लोगों ने जो चर्चा की है। उस चर्चा को हम सिरे तक पहुंचा पाने में कामयाब होंगे। कार्यक्रम में शेखावत का अभिनंदन भी किया गया।