चार शिक्षकों के भरोसे चांदसमा सरकारी स्कूल के 334 बच्चों की पढ़ाई

शिक्षकों की कमी से चरमराई शिक्षण व्यवस्था, कुल 20 स्वीकृत पद में 16 पद पड़े रिक्त, सीबीईओ नें साधी चुप्पी

देचू/पूंजराज सिंह बाला। सरकारी स्कूलों में बेहतर व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का दावा करने वाली सरकार की पोल शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की कथित उदासीनता से उस समय खुल जाती हैं जब स्कूलों में पढाने वाले शिक्षक ही पूर्ण न हो। ऐसा ही हाल देचू ब्लॉक के चांदसमा स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का हैं। उच्च माध्यमिक स्तर के इस विद्यालय में कुल 334 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। लेकिन इन पर सिर्फ सरकार ने 4 शिक्षक लगा रखे हैं। प्रवेश उत्सव जैसे कार्यक्रम आयोजित कर सरकार अपनी स्कूलों में बच्चों की संख्या बढा अपनी पीठ थपथपाती हैं। लेकिन शिक्षकों की कमी से इन बच्चों के भविष्य व इनके मानवाधिकारों के साथ सरेआम खिलवाड़ हो रहा हैं।


चांदसमा स्कूल के शिक्षकों की पदवार सूची

 स्कूल में कुल स्वीकृत पद 20 हैं। जिसमें व्याख्याता राजनीति विज्ञान, वरिष्ठ अध्यापक गणित, लेवल 2 हिंदी का एक व एक शारीरिक शिक्षक समेत कुल 4 पद पर शिक्षक कार्यरत हैं। उसमें भी वरिष्ठ अध्यापक गणित जून में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इस तरह सिर्फ चार शिक्षकों के भरोसे स्कूल हैं। अध्ययन कार्य के साथ साथ शिक्षकों को अन्य विभागीय कार्य भी देखने पड़ते हैं। 


स्वीकृत पदों पर नहीं हैं कार्मिक, कैसे होगी पढाई

प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य, व्याख्याता हिंदी साहित्य, व्याख्याता इतिहास, वरिष्ठ अध्यापक हिंदी, वरिष्ठ अध्यापक संस्कृत, वरिष्ठ अध्यापक विज्ञान, वरिष्ठ अध्यापक अंग्रेजी, कंप्यूटर अनुदेशक, लेवल 2 सामाजिक विज्ञान, लेवल 2 अंग्रेजी, लेवल 1 के दो पद, एलडीसी, 2 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सहित कुल 16 पद खाली पड़े हैं।


स्कूल के सवाल पर सीबीईओ नें साधी चुप्पी

स्कूल में शिक्षकों की कमी को लेकर देचू मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी घेवर राम से अधिक जानकारी लेनी चाही। लेकिन उन्होंने इस सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया। शिक्षकों की कमी होने व संबंधित अधिकारियों द्वारा समय पर ध्यान नहीं देने की सजा स्कूल के बच्चे भुगत रहे हैं। शिक्षकों की कमी व शिक्षा विभाग के अधिकारियों की उदासीनता से बोर्ड परीक्षाओं का कोर्स अधूरा पड़ा हैं। जिसका असर मार्च में होने वाली मुख्य परीक्षाओं के परिणाम पर पड़ना स्वाभाविक हैं। 


इनका कहना हैं

विद्यालय में वर्तमान में 12 कक्षाएं चल रही हैं। कुल 334 छात्र-छात्राएं अध्ययन कर रहे हैं। 3 शिक्षक और एक शारीरिक शिक्षक हैं। बोर्ड परीक्षाएं सिर पर हैं बच्चों का कोर्स अधूरा पड़ा हैं। विभागीय कार्यों के कारण ज्यादा समय कक्षा में हम नहीं दे पाते हैं जैसे तैसे करके कभी कभी पीईईओ क्षेत्र से एक दो अध्यापकों को शिक्षक व्यवस्था हेतु बुलाते हैं और काम चलाते हैं। 

 चम्पालाल पालीवाल,कार्यवाहक प्रधानाचार्य