प्रधानमंत्री मोदी ने इज़राइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग के साथ द्विपक्षीय बैठक की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुबई में आयोजित सीओपी 28 शिखर सम्मेलन के मौके पर इज़राइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग के साथ द्विपक्षीय बैठक की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। मोदी ने कहा कि भारत और इज़राइल दोनों ही लोकतांत्रिक राष्ट्र हैं और उनके बीच साझा मूल्य हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को मिलकर काम करना चाहिए ताकि क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा दिया जा सके।

प्रधानमंत्री मोदी ने इज़राइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग के साथ द्विपक्षीय बैठक की
प्रधानमंत्री मोदी ने इज़राइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग के साथ द्विपक्षीय बैठक की

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुबई में आयोजित COP28 शिखर सम्मेलन के मौके पर इज़राइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग के साथ द्विपक्षीय बैठक की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और इज़राइल दोनों ही लोकतांत्रिक राष्ट्र हैं और उनके बीच साझा मूल्य हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को मिलकर काम करना चाहिए ताकि क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा दिया जा सके।

राष्ट्रपति हर्जोग ने कहा कि भारत एक महत्वपूर्ण भागीदार है और इज़राइल भारत के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि दोनों देश मिलकर कई क्षेत्रों में सहयोग कर सकते हैं, जिसमें व्यापार, प्रौद्योगिकी और सुरक्षा शामिल है।

बैठक में दोनों नेताओं ने आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और क्षेत्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और इजरायल के बीच संबंध "ऐतिहासिक और गहरे" हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश "समान मूल्यों और विश्वासों" को साझा करते हैं।

हर्जोग ने कहा कि भारत और इजरायल के बीच संबंध "सफलता की कहानी" है। उन्होंने कहा कि दोनों देश "मानवता के लिए एक बेहतर भविष्य" बनाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।

यह भी पढ़े : COP28 समिट: जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए 28 देशों के नेताओं का सम्मेलन

दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के मुद्दों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि दोनों देश "आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई" में एक-दूसरे का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

बैठक के बाद, दोनों नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी किया। बयान में कहा गया है कि भारत और इजरायल "सभी क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

बयान में यह भी कहा गया है कि दोनों देश "आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक-दूसरे का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"