राजस्थान में 'राज' बदलेगा या 'रिवाज'? मतदान प्रतिशत घटने-बढ़ने का सियासी गणित

राजस्थान में 'राज' बदलेगा या 'रिवाज'? आज राजस्थान की जनता अपने वोट से इसका फैसला करेगी. 3 दिसंबर को रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा. इसके बाद ही तय होगा कि राजस्थान में नई सरकार का गठन कौन सी पार्टी करेगी.

राजस्थान में 'राज' बदलेगा या 'रिवाज'? मतदान प्रतिशत घटने-बढ़ने का सियासी गणित
राजस्थान में 'राज' बदलेगा या 'रिवाज'? मतदान प्रतिशत घटने-बढ़ने का सियासी गणित

जयपुर : राजस्थान में पिछले पांच विधानसभा चुनावों की बात करें तो जब-जब भी प्रदेश में वोटिंग परसेंटेज में कमी आई है, प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है. वहीं, मतदान का प्रतिशत जब भी बढ़ता है, तब भाजपा की सरकार बनी है.

2003 में भाजपा की सरकार बनी

2003 में हुए विधानसभा चुनाव में मतदान 75.23 फीसदी रहा और भाजपा सरकार बनी. इस चुनाव में 12.17 फीसदी मतदान बढ़ा था. इस चुनाव में पहली बार वसुंधरा राजे राजस्थान की पहली बार मुख्यमंत्री बनीं थीं.

2008 में कांग्रेस की सरकार बनी

2008 विधानसभा चुनाव की बात करें तो इस साल मतदान 8.73 फीसदी घटकर 66.50 रह गया और इस बार प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनी और अशोक गहलोत दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने.

2013 में फिर से भाजपा की सरकार बनी

2013 के विधानसभा चुनाव में यह प्रतिशत फिर से 8.73 फीसदी बढ़ कर 75.23 फीसदी हो गया और प्रदेश में फिर से भाजपा सरकार बनी. इस चुनाव में भाजपा ने प्रचंड जीत दर्ज की थी. भाजपा को 200 में से 167 सीटें मिली थीं. वहीं, कांग्रेस महज़ 21 सीटों पर सिमट गई थी. भाजपा की सरकार बनी हुए वसुंधरा राजे दूसरी बार मुख्यमंत्री बनीं थीं.

2018 में कांग्रेस की सरकार बनी

2018 के विधानसभा में मतदान 0.43 प्रतिशत कम होकर 74.8 फीसदी रह गया था और प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनी. इस चुनाव में कांग्रेस को 92 सीटें मिली थीं और कांग्रेस ने बहुजन समाज पार्टी के 5 और कुछ निर्दलीय विधायकों के साथ मिलकर प्रदेश में सरकार बनाई थी.

2023 में मतदान प्रतिशत बढ़ने से भाजपा को उम्मीद

2023 के विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़कर 68.24 फीसदी हो गया है. यह मतदान प्रतिशत पिछले चुनाव से 3.44 फीसदी अधिक है. मतदान प्रतिशत बढ़ने से भाजपा को उम्मीद है कि वह इस बार भी सरकार बना सकती है.

लोकतंत्र का महापर्व

राजस्थान में आज लोकतंत्र का महापर्व मनाया जा रहा है. प्रदेश की 200 में से 199 विधानसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है, जो शाम 6 बजे तक चली. मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि, इन 199 सीटों पर कुल 1862 उम्मीदवार मैदान में थे . यहां मतदाताओं की संख्या 5,25,38,105 है.

राजस्थान में 'राज' बदलेगा या 'रिवाज'?

राजस्थान में 'राज' बदलेगा या 'रिवाज'? आज राजस्थान की जनता अपने वोट से इसका फैसला करेगी. 3 दिसंबर को रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा. इसके बाद ही तय होगा कि राजस्थान में नई सरकार का गठन कौन सी पार्टी करेगी.

मतदान प्रतिशत बढ़ने से भाजपा को मिलने वाली उम्मीदें

  • मतदान प्रतिशत बढ़ने से यह माना जा रहा है कि अधिक संख्या में युवा मतदाता वोट देने गए हैं. युवा मतदाताओं में भाजपा का समर्थन अधिक है. इसलिए, मतदान प्रतिशत बढ़ने से भाजपा को फायदा मिल सकता है.
  • मतदान प्रतिशत बढ़ने से यह माना जा रहा है कि लोगों में सरकार बदलने की इच्छा है. इसलिए, मतदान प्रतिशत बढ़ने से भाजपा को फायदा मिल सकता है.

हालांकि, यह भी संभव है कि मतदान प्रतिशत बढ़ने से कांग्रेस को फायदा मिल जाए. क्योंकि, कांग्रेस हमेशा से ही मतदान प्रतिशत बढ़ाने की बात करती है.