राजस्थान उपचुनाव 2024: कांग्रेस ने सातों सीटों पर घोषित किए प्रत्याशी, जानें किसे मिला टिकट
राजस्थान में आगामी उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने सभी सात विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। बुधवार 23 अक्टूबर की रात, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रत्याशियों की सूची जारी की। इस उपचुनाव में कांग्रेस ने किसी अन्य दल के साथ गठबंधन नहीं किया है, जो पहले से ही पार्टी के प्रदेश नेतृत्व द्वारा संकेतित किया जा चुका था। इस निर्णय ने पार्टी की स्वायत्तता और मजबूत नेतृत्व को एक बार फिर से साबित किया है।

जयपुर : राजस्थान में आगामी उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने सभी सात विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। बुधवार 23 अक्टूबर की रात, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रत्याशियों की सूची जारी की। इस उपचुनाव में कांग्रेस ने किसी अन्य दल के साथ गठबंधन नहीं किया है, जो पहले से ही पार्टी के प्रदेश नेतृत्व द्वारा संकेतित किया जा चुका था। इस निर्णय ने पार्टी की स्वायत्तता और मजबूत नेतृत्व को एक बार फिर से साबित किया है।
गठबंधन से परे कांग्रेस का फैसला
लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान नागौर और बांसवाड़ा सीटों पर कांग्रेस ने गठबंधन किया था, लेकिन इस बार पार्टी ने अकेले ही मैदान में उतरने का फैसला किया है। यह रणनीतिक निर्णय प्रदेश नेतृत्व की उस धारणा को बल देता है कि कांग्रेस वर्तमान चुनाव में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन किए बिना जनता का समर्थन प्राप्त करने में सक्षम है।
सातों प्रत्याशियों के नामों की सूची
कांग्रेस ने उपचुनाव में अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करते हुए निम्नलिखित नेताओं को मैदान में उतारा है:
- झुंझुनूं से अमित ओला
- रामगढ़ से आर्यन जुबैर
- दौसा से दीन दयाल बैरवा
- देवली उनियारा से कस्तूर चंद मीणा
- खींवसर से रतन चौधरी
- सलूंबर से रेशमा मीणा
- चौरासी से महेश रोत
परिवारवाद की झलक
उम्मीदवारी की इस सूची में परिवारवाद की भी झलक दिखती है। झुंझुनूं से मौजूदा सांसद बृजेंद्र सिंह ओला के बेटे अमित ओला को टिकट दिया गया है। बृजेंद्र सिंह ओला झुंझुनूं से चार बार विधायक रह चुके हैं और हाल ही में सांसद चुने गए थे, जिसके बाद उन्हें विधायक पद से इस्तीफा देना पड़ा। अब उनके बेटे अमित ओला इस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। इसी प्रकार, अलवर जिले की रामगढ़ सीट पर कांग्रेस ने स्वर्गीय जुबैर खान के बेटे आर्यन जुबैर खान को प्रत्याशी बनाया है, जिससे पार्टी ने सहानुभूति का कार्ड खेला है।