आकाश आनंद: बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे को बनाया उत्तराधिकारी
राजनीतिक गलियारों में अक्सर यह सवाल पूछा जाता था कि बसपा में सुप्रीमो मायावती के बाद बसपा की कमान किसे सौंपी जाएगी। बसपा सुप्रीमो मायावती किसे अपनी राजनीतिक विरासत सौंपेगी। राजनीतिक गलियारों में पूछे जाने वाले इस सवाल का रविवार को जवाब मिल गया। बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है। उन्होंने यह घोषणा रविवार को की। बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपनी राजनीतिक विरासत सौंपी है।
नई दिल्ली : राजनीतिक गलियारों में अक्सर यह सवाल पूछा जाता था कि बसपा में सुप्रीमो मायावती के बाद बसपा की कमान किसे सौंपी जाएगी। बसपा सुप्रीमो मायावती किसे अपनी राजनीतिक विरासत सौंपेगी। राजनीतिक गलियारों में पूछे जाने वाले इस सवाल का रविवार को जवाब मिल गया। बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है। उन्होंने यह घोषणा रविवार को की। बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपनी राजनीतिक विरासत सौंपी है।
बसपा के वरिष्ठ नेता उदयीवर सिंह ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में इस बात की पुष्टि की है कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है। उदयवीर सिंह ने बताया कि बसपा सुप्रीमो ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है।
10-12-2023-BSP Press Release-All-India Party Meeting pic.twitter.com/EzBT2XhFeC
— Mayawati (@Mayawati) December 10, 2023
आपको बता दें कि यूपी की राजधानी लखनऊ में बसपा के प्रदेश पदाधिकारियों और जिले के नेताओं की विशेष बैठक रविवार को आयोजित की गई थी। इस बैठक में मायावती ने इस बड़ी घोषणा के साथ हर किसी को हैरान कर दिया है। माना जा रहा था कि बसपा मायावती की अगुआई में लोकसभा चुनाव लड़ेगी, हालांकि मायावती ने पहले ही बसपा के अकेले दम पर देश के आम चुनाव में उतरने का ऐलान कर दिया था।
इस बीच 2024 में लोकसभा विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन पर विचार-विमर्श किया गया। अब आकाश आनंद को उत्तराधिकारी घोषित किए जाने के बाद बसपा की ओर से गठबंधन पर भी कुछ फैसला हो सकता है।
आपको बता दें कि 2019 में चुनाव आयोग द्वारा मायावती पर 48 घंटे के प्रचार प्रतिबंध के बाद, आकाश ने राजनीतिक मंच पर अपनी शुरुआत की, अपनी पहली रैली को संबोधित किया और लोगों को एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन का समर्थन करने का आह्वान किया था।
आकाश आनंद को विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी कैडर को तैयार करने और गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश में पार्टी संगठन के पुनर्गठन का काम भी सौंपा गया है। आकाश को 2019 में बसपा का राष्ट्रीय समन्वयक बनाया गया था, जब मायावती ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद पार्टी संगठन में फेरबदल किया था।
कौन हैं आकाश आनंद
आकाश आनंद बसपा सुप्रीमो मायावती के भाई आनंद के बेटे हैं। पिछले दिनों ही उनका विवाह संपन्न हुआ था। आकाश आनंद पिछले कुछ सालों से अपनी बुआ मायावती के साथ मिलकर पार्टी को देख रहे थे।
आकाश आनंद की स्कूलिंग हरियाणा के गुरुग्राम में हुई है। प्रारंभिक शिक्षा के बाद आकाश आनंद लंदन चले गए थे। आकाश आनंद ने लंदन से एमबीए किया है। आकाश आनंद पहली बार 2017 में मायावती यानी अपनी बुआ के साथ राजनीतिक मंच पर दिखाई दिए थे। बड़ी रैली करके मायावती ने आकाश आनंद को लॉन्च किया था।
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आकाश आनंद को बीएसपी का नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाकर बड़ी जिम्मेदारी सौंप चुकी हैं। आकाश आनंद कई बार अलग-अलग राज्यों में जाकर पार्टी के पदाधिकारियों की मीटिंग कर चुके हैं। इसके अलावा खुद अकेले जाकर कई सभाओं को भी संबोधित कर चुके हैं। राजस्थान चुनाव से पहले उन्होंने पदयात्रा भी की थी।
आकाश आनंद पर क्या रहेंगे चुनौतियां
आकाश आनंद के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह होगी कि वह अपनी बुआ मायावती के नेतृत्व में बनाई गई छवि को बनाए रख सकें। उन्हें बसपा को एक बार फिर से मजबूत करना होगा और उसे 2024 के लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। इसके अलावा उन्हें पार्टी के अंदर के गुटबाजी और असंतोष को भी दूर करना होगा।
आकाश आनंद की उम्र अभी महज 28 साल है और उनके पास राजनीतिक अनुभव भी कम है। ऐसे में उन्हें अपनी बुआ मायावती के मार्गदर्शन और अनुभव से लाभ उठाना होगा। अगर वह सफल हो जाते हैं तो बसपा को